"आज दस बजे ही बाय, गुड़ नाइट........क्या हुआ?" उसने मैसेज का जवाब दिया। "आज दस बजे ही बाय, गुड़ नाइट........क्या हुआ?" उसने मैसेज का जवाब दिया।
नहीं- नहीं बेटा, इट्स नॉट अलाउड। नो पॉसिबिलिटी। ये नहीं हो सकता।" नहीं- नहीं बेटा, इट्स नॉट अलाउड। नो पॉसिबिलिटी। ये नहीं हो सकता।"
अब और बात नहीं, अब तुमसे विदा लेने का समय आ गया है गुड़ बाय।' अब और बात नहीं, अब तुमसे विदा लेने का समय आ गया है गुड़ बाय।'
जब भी मुझे वक़्त मिलता हैं मैं अक्सर इसी जगह आकर अपनी आत्मा में इस गुड़ की मिठास घोलता हूँ जब भी मुझे वक़्त मिलता हैं मैं अक्सर इसी जगह आकर अपनी आत्मा में इस गुड़ की मिठास घ...
हाँ हाँ क्यों नहीं अतिथि हमारे लिये भगवान होते हैं। हाँ हाँ क्यों नहीं अतिथि हमारे लिये भगवान होते हैं।
“सबको ऐसा ख़ज़ाना नहीं मिलता! ये जादुई दस्ताना है – विजय का दस्ताना... क़िस्मत ने इसे जानबूझकर तेरे ... “सबको ऐसा ख़ज़ाना नहीं मिलता! ये जादुई दस्ताना है – विजय का दस्ताना... क़िस्मत न...